जनतानामा न्यूज़ अल्मोड़ा उत्तराखण्ड़
उत्तराखंड सरकार की उदासीनता के खिलाफ कांग्रेस का आक्रोश आज सड़कों पर फूट पड़ा। क्वारब की दरकती पहाड़ियां और कैंचीधाम में लगातार लग रहे भीषण जाम को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अल्मोड़ा जिला मुख्यालय में जोरदार प्रदर्शन किया। कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने जिला अधिकारी कार्यालय का घेराव किया, जहां पुलिस से तीखी नोकझोंक भी देखने को मिली।

‘कुमाऊं की लाइफलाइन’ क्वारब बनी मौत की राह: हरीश रावत
प्रदर्शन के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि क्वारब की सड़क कुमाऊं की लाइफलाइन है, लेकिन सरकार की लापरवाही ने इसे मौत का रास्ता बना दिया है। उन्होंने तीखे शब्दों में कहा –
“एक साल से कोई मरम्मत नहीं हुई। पहाड़ दरक रहे हैं, पर्यटक फंस रहे हैं, व्यापारी बेहाल हैं और जनता त्रस्त है। लेकिन सरकार अब भी कुंभकर्णी नींद में सो रही है।”
सिर्फ सड़क नहीं, कुमाऊं के पर्यटन और व्यापार की धड़कन है क्वारब
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन मेहरा ने भी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि क्वारब की यह सड़क सिर्फ एक मार्ग नहीं, बल्कि कुमाऊं की आर्थिक धड़कन है। कैंचीधाम में लग रहा भीषण जाम न केवल तीर्थयात्रियों के लिए मुसीबत बना है, बल्कि पर्यटन उद्योग की भी कमर तोड़ रहा है।
प्रशासन ने रोका, कांग्रेसियों ने तोड़ी बैरिकेडिंग
डीएम कार्यालय की ओर बढ़ते कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पुलिस ने रोकने की कोशिश की, लेकिन आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने बैरिकेडिंग तोड़ते हुए कलेक्ट्रेट परिसर में घुसकर जोरदार नारेबाजी की। इस दौरान कांग्रेस नेताओं और पुलिस के बीच तीखी बहस भी हुई।
मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री को सौंपा ज्ञापन
धरने के दौरान कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजा। ज्ञापन में कहा गया कि यदि जल्द ही क्वारब क्षेत्र की सड़क की मरम्मत शुरू नहीं की गई, तो यह आंदोलन उग्र रूप ले लेगा।
प्रदर्शन में ये प्रमुख नेता रहे शामिल:
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण मेहरा पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल विधायक मनोज तिवारी, मदन विष्टपूर्व सांसद प्रदीप टम्टा पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष प्रकाश चंद्र जोशी जिलाध्यक्ष भूपेंद्र सिंह भोज, नगर अध्यक्ष ताराचंद जोशी यूथ कांग्रेस प्रदेश पदाधिकारी सुमित भुल्लर, परितोष जोशी, आनंद सिंह रावत, प्रशांत भैसोड़ा सहित कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।
