जनतानामा दिनेश भट्ट अल्मोड़ा उत्तराखंड
सिनेमा – बात करते हैं हिंदी फिल्मों के जाने-माने पाश्र्व गायक मुकेश माथुर यानी गायक मुकेश की मुकेश बचपन से उस दौर के मशहूर गायक अभिनेता कुन्दन लाल सहगल के जबरदस्त फैन हुआ करते थे। मुकेश का जन्म साल 1923 में दिल्ली में हुआ था गायक मुकेश की लोक निर्माण विभाग में नौकरी लग गई थी लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। गायक मुकेश मुम्बई आ गए गायक मुकेश की बतौर प्लेबैक सिंगर संगीतकार अनिल विश्वास ने पहला ब्रेक दिया था पहली फिल्म पहली नजर थी गाने के बोल दिल जलता है तो जलने दे जिसमें अभिनय किया था अभिनेता मोती लाल ने लेकिन इस गाने को उस वक्त के मशहूर गायक संगीतकार के एल सहगल ने सुना तो उन्होंने बोला ऐ गाना हमने कब गया था।


फिर उनको पता चला कि कोई नया लड़का जिसका नाम मुकेश है उन्होंने गायक मुकेश को अपने घर बुलाकर गायकी की विधिवत तालीम दी और मुकेश को गायकी में अपना उत्तराधिकारी मान लिया था। उसके बाद मुकेश ने साल1948 तक गायकी में अपनी स्टाइल क़ायम कर दी थी साल 1952मे आयी शो मैन कहे जाने वाले राज कपूर की पहली फिल्म थी। उसके बाद राज कपूर और मुकेश की जोड़ी इतनी कामयाब रही दोनों ने एक साथ,बावरे नैन,सी चार सौ बीस, आवारा, अनाड़ी,मेरा नाम जोकर, जैसे अनेको हिट फि इसल्मों में दोनों ने एक साथ काम किया था । गायक मुकेश ने राजकपूर के अलावा दिलीप कुमार, मनोज कुमार, राजेश खन्ना अमिताभ बच्चन तक अपनी आवाज दी मुकेश ने संगीतकार नौशाद, शंकर जयकिशन, कल्याण जी आनंद जी के के साथ सबसे ज्यादा गाने गाए थे।मुकेश की गायकी एक दर्द भरी आवाज के मालिक रहे गायक मुकेश की मौत साल 1976 मे लंदन में स्टेज शो कर रहे थे अचानक शीने में दर्द हुआ ह्रदय गति रुक जाने से महान गायक इस दुनिया से रुखसत हो गए पीछे छोड़ गए अपने गीतों के माध्यम से सुरीली यादे ।उस वक्त राज कपूर ने कहा मेरी आवाज़ हमेशा के लिए चली गयी और बोले दोस्त दोस्त ना रहा प्यार प्यार ना रहा। उनके बेटे नितिन मुकेश भी एक पाश्र्व गायक रह चुके हैं गायकमुकेश को भावभीनी श्रद्धांजलि