जनतानामा न्यूज़ अल्मोड़ा उत्तराखण्ड
धीरेन्द्र शास्त्री की आज से शुरू हुई हिन्दू राष्ट्र यात्रा पर शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी महाराज के शिष्य व विश्व के पहले किसान देवता मंदिर के किसान पीठाधीश्वर किसानाचार्य शैलेन्द्र योगिराज सरकार ने आज धीरेन्द्र शास्त्री के हिन्दू राष्ट्र यात्रा पर कहा कि हमें हिन्दू राष्ट्र नहीं वल्कि किसान राष्ट्र चाहिए। क्या संविधान हिन्दू राष्ट्र की इजाजत देता है। देश संविधान से चलता है भीड़ से नहीं बल्कि भीड़ से देश का माहौल खराब होता है।क्योंकि हिन्दू राष्ट्र की मांग से भारत में अन्य समुदायों के लोग जैसे मुसलमान मुस्लिम राष्ट्र की मांग करने लगेगा और फिर ईसाई लोग ईसाई धर्म की मांग और सिख सिख राष्ट्र की करने लगेगा। ऐसे में तो हमारा देश पुनः खंड खंड में विभाजित हो जाएगा। इसलिए देश को हिन्दू राष्ट्र नहीं किसान राष्ट्र की आवाज है। किसान राष्ट्र से देश में एकता आएंगी। क्योंकि किसान हिन्दू भी होता है और किसान ईसाई भी होता और किसान सिख भी होता है। इसलिए किसान राष्ट्र बनने से सभी जाति धर्म के लोगों को एकजुट किया जा सकता है और एकता के सूत्र में बांधा जा सकता है। हिन्दू राष्ट्र से लोगों का पेट नहीं भरेगा पेट तो किसान से भरेगा। क्योंकि भारत एक कृषि प्रधान देश है। यहां पर 70 प्रतिशत आबादी किसानों की है। इसलिए इस देश को हिन्दू राष्ट्र नहीं बल्कि किसान राष्ट्र घोषित किया जाए।
