भुवन जोशी जनतानामा अल्मोड़ा उत्तराखण्ड

अल्मोड़ा: आज जिला अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डा. एचसी गड़कोटी अस्पताल की लिफ्ट में फंस गए। जिससे कुछ देर हड़कंप सा मच गया। बमुश्किल मैनुअली लिफ्ट नीचे उतारी गई और करीब 30 से 45 मिनट बाद पीएमएस व उनके स्टाफ के लोग बाहर निकल पाए और राहत की सांस ली।


सार्टसर्किट के कारण लाईट जाने से हुई दिक्कत
सामाजिक कार्यकर्ता संजय पाण्डे द्वारा भी इस बात की प्रमुखता से उठाया गया है, श्री पाण्डे का कहना है कि लिफ्ट में पावर बैकप होना था जो कि नही है, पावर बैकप होने से लिफ्ट अपने गंतव्य तक पहुँच जाती है , अस्पताल प्रशासन को पावर बैकप की समस्या का समाधान शीघ्र करना चाहिए जिससे ऐसी स्थिति उत्पन्न ना हो। उनका कहना था कि अगर कोई मरीज उसमें फस जाता तो उसको जान का खतरा रहता।
हुआ यूं कि ओपीडी में मरीजों को देखने के बाद पूर्वाह्न करीब 11 बजे प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डा. एचसी गड़कोटी लिफ्ट से उपरी मंजिल में स्थित कार्यालय में जाने के लिए स्टाफ के कुछ लोगोें के साथ लिफ्ट में चढ़े। सार्ट सर्किट के लाईट जाने से लिफ्ट चली आधे में जाकर रुक गई। जिससे सीएमएस लिफ्ट में ही फंस गए। आनन—फानन में मैनुअली लिफ्ट को उतारने की कोशिश की और काफी मशक्कत के बाद लिफ्ट उतर सकी। करीब 30 से 45 मिनट लिफ्ट में फंसने के बाद ये लोग बाहर निकल पाए और उन्होंने राहत की सांस ली। सीएमएस डा. गड़कोटी ने बताया कि जैसे ही वे लिफ्ट में चढ़े तो कुछ ही पलों बाद अस्पताल में लगा ट्रांसफार्मर फुंक गया और जनरेटर भी प्रभावित हो गया। जिससे बिजली व्यवस्था बाधित होने से लिफ्ट फंस गईं। जिसे मैनुअली उतारा गया। उन्होंने बताया कि ट्रांसफार्मर ठीक कर दिया गया हैं और जनरेटर ठीक कराया जा रहा है। जब कि विद्युत सप्लाई सही नहीं हो जाती, तब तक के लिए लिफ्ट का संचालन रोक दिया गया है।