जनता नामा न्यूज़ दिनेश भट्ट अल्मोड़ा असम उत्तराखंड

असम के कामरूप जिले के सभी विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों में आयकर सम्बंधित जागरूकता पैदा करने के लिए आज कामरूप जिले के आयुक्त कार्यालय के सभाकक्ष में एक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए जिला आयुक्त कीर्ति जल्ली ने अपने भाषण में कहा कि किसी देश का विकास कार्य करों पर निर्भर करता है। हर कोई, अप्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से, कम या ज्यादा करों का भुगतान करता है। यही कारण है कि कर मामलों में सभी संबंधितों के कुछ सामान्य ज्ञान की बहुत आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि टेक्स ही देश के विकास का मुख्य आधार है। अतिरिक्त आयुक्त कमल बरुआ द्वारा शुरू की गई बैठक में आयकर विभाग के उत्तर-पूर्वी क्षेत्र के तहत गुवाहाटी सर्किल के उपायुक्त (टीडीएस) मणिशंकर बोरदोलोई ने आयकर भुगतान के संबंध में टीडीएस प्रमाण पत्र स्वीकार करने वाले प्रत्येक सरकारी कार्यालय की प्रासंगिकता के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि प्रत्येक कार्यालय नियमित रूप से करों की कटौती करे और इस संबंध में आयकर विभाग को ऑनलाइन टीडीएस जमा करे। उन्होंने पीपीटी के माध्यम से एक अच्छा स्पष्टीकरण दिया कि ऐसा कैसे करना है। उन्होंने यह भी बताया कि भारत के कुल राजस्व का लगभग 60 प्रतिशत प्रत्यक्ष करों के माध्यम से एकत्र किया जाता है। इनमें से टीडीएस यानी स्रोत पर काटे गए करों की भूमिका सबसे ज्यादा होती है। समारोह में सभी कार्यालयों के अधिग्रहण और वितरण अधिकारी (डीडीओ) के साथ-साथ एक कार्यालय सहायक ने भी भाग लिया। बैठक की शुरुआत में जिला आयुक्त ने आयकर विभाग के अधिकारियों का फुलम गमोसा से स्वागत किया।
