जनतानामा न्यूज़ अल्मोड़ा उत्तराखण्ड अल्मोड़ा मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोण्डे ने विकास खंड हवालबाग के ग्राम पंचायत कनालबुंगा का दौरा कर ग्रामीण महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण हेतु एक महत्वपूर्ण पहल की शुरुआत की। दौरे के दौरान उन्होंने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) के अंतर्गत संचालित महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा उत्पादित शहद को एक ब्रांडेड उत्पाद के रूप में विकसित करने की संभावनाओं का गहन मूल्यांकन किया। श्रीमती कोण्डे ने स्वयं सहायता समूह की सदस्य श्रीमती निर्मला फर्त्याल द्वारा विकसित शहद उत्पादन प्रक्रिया का विस्तृत मूल्यांकन किया। उन्होंने इस उद्यम को औद्योगिक स्तर पर विकसित करने की संभावनाओं पर बल देते हुए, एक आधुनिक शहद प्रोसेसिंग यूनिट की स्थापना के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस यूनिट के माध्यम से न केवल उत्पादन गुणवत्ता में सुधार होगा बल्कि उत्पादों का विस्तृत बाजार में प्रवेश भी सुनिश्चित होगा। खंड विकास अधिकारी हवालबाग ने बताया कि आईएलएसपी योजना के अंतर्गत सहकारिता विपणन केंद्र पातलीबगड का भवन शहद प्रोसेसिंग यूनिट के लिए सर्वाधिक उपयुक्त है।
मुख्य विकास अधिकारी ने रीप परियोजना को उमंग सीएलएफ को सौंपते हुए शीघ्र कार्यान्वयन के निर्देश दिए। साथ ही, उन्होंने मुख्य उद्यान अधिकारी को शहद उत्पादन और प्रसंस्करण के तकनीकी पहलुओं पर महिलाओं को प्रशिक्षित करने और इस यूनिट के लिए आवश्यक तकनीकी सहायता प्रदान करने के लिए निर्देशित किया। वर्तमान में कनालबुंगा में उमंग सीएलएफ के तहत एनआरएलएम की 45 महिलाएं शहद उत्पादन से जुड़ी हुई हैं। एनआरएलएम टीम को अधिक से अधिक महिलाओं को इस उद्यम से जोड़ने और उद्यान विभाग के साथ मिलकर एक व्यापक विपणन रणनीति तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं।
मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोण्डे ने कहा, “हमारी सरकार ग्रामीण महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध है। शहद उत्पादन जैसी गतिविधियों के माध्यम से हम न केवल महिलाओं की आर्थिक स्थिति में सुधार ला सकते हैं बल्कि स्थानीय उत्पादों को वैश्विक बाजार में पहुंचाकर जिले की आय में वृद्धि कर सकते हैं।”
इस दौरे में मुख्य उद्यान अधिकारी, खंड विकास अधिकारी हवालबाग, जिला थिमैटिक विशेषज्ञ, ब्लॉक मिशन प्रबंधक एनआरएलएम, और रीप परियोजना के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
