जनतानामा न्यूज़ भुवन जोशी अल्मोड़ा उत्तराखण्ड
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल : कथित शराब घोटाला मामले में गिरफ्तार दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ईडी की कस्टडी से एक और निर्देश जारी किया है। केजरीवाल के पहले आदेश पर ही जमकर विवाद हो रहा था। मुख्यमंत्री अरविंद के जेल जाने की आशंका पर ही आप पार्टी की ओर से यह फैसला किया गया था कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जेल से ही सरकार चलाएंगे। अरविंद केजरीवाल अपने पद से इस्तीफा देने के मूड में नहीं है। और वह जेल से ही अपनी सरकार चला रहे हैं ।

कथित शराब घोटाले में गिरफ्तार किए गए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ED की कस्टडी से एक के बाद एक निर्देश जारी करना शुरू कर दिया है । इस बार उन्होंने स्वास्थ्य मंत्रालय को लेकर कुछ निर्देश जारी किए गए हैं। सरकारी निर्देश जारी करने के बाद ED ने जांच की बात कही है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने इस आदेश की जानकारी एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने उन्हें निर्देश दिया है कि दिल्ली के सभी अस्पतालों और मोहल्ला क्लीनिक में मुफ्त दवाएं और टेस्ट सुनिश्चित हो। भारद्वाज ने कहा कि केजरीवाल इस बात को लेकर चिंता में है कि कुछ अस्पतालों और मोहल्ला क्लीनिक में दवाओं की कमी है और उन्होंने मुझे आदेश दिया है कि इस पर जल्द ही कदम उठाए जाएं ताकि लोगों को मेडिकल सुविधाओं से महरूम ना होना पड़े।
बीजेपी ने ED से की शिकायत
सौरभ भारद्वाज का कहना है कि वह हमारे मुख्यमंत्री हैं और उनके दिए हर आदेश का हम पालन करेंगे। इससे पहले जल मंत्री आतिशी ने भी रविवार को कहा था कि केजरीवाल ने शनिवार को ईडी की हिरासत से उन्हें पानी और सीवररेज़ से संबंधित सार्वजनिक मुद्दों को हल करने के लिए अपने निर्देश के साथ एक दस्तावेज भेजा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि गर्मी के महीने से पहले जल आपूर्ति को मजबूत किया जाए और पानी की कमी वाले क्षेत्रों में पर्याप्त संख्या में पानी के टैंकर तैनात किए जाएं । इस संबंध में मुख्य सचिव और अन्य अधिकारियों को भी निर्देश जारी करने का आदेश दिया गया है । इससे पहले बीजेपी ने आपत्ति की थी इस बात का पता लगाया जाए कि केजरीवाल के जेल में रहने पर मुख्यमंत्री कार्यालय का इस्तेमाल कौन कर रहा है । जिस तरह से बीजेपी ने अभी मुख्यमंत्री के जेल से निर्देश देने की शिकायत की है । ईडी इस मामले की जांच कर सकती है । हालांकि कहीं भी कानून में इस बात की कोई स्पष्ट व्याख्या नहीं है कि मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए जेल से सरकार चलाई जा सकती हैं या नहीं । इस आधार पर अगर वह सरकार चला रहे हैं या कुछ निर्देश दे रहे हैं तो उसे कानूनन स्पष्ट तौर पर गलत ठहरना बहुत आसान नहीं होगा। आपको बता दें कि इससे पहले कथित शराब घोटाले के मामले में अदालत में केजरीवाल को 28 मार्च तक ईडी की हिरासत में भेजते हुए उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल व सहायक विभव कुमार को हर दिन शाम 6 से 7:00 बजे के बीच आधे घंटे के लिए उनसे मिलने की अनुमति दी थी।