Tue. Oct 14th, 2025

Category: सोमेश्वर

रावण संहिता के अनुसार कैसा होगा आप का आज का दिन

दशवर्ष सहस्त्रं तु निराहारो दशाननः ।पूर्ण वर्षसहस्त्रे तु शिरश्चाग्नौ जुहाव सः ।।एवं वर्ष सहस्त्राणी नव तस्याति चक्रभुः ।शिरांसि नवचाप्यस्य प्रविष्टानि…

हमें मजबूर किया तो कंपनी भारत में अपना काम बंद कर देंगे. एन्ड-टू-एन्ड एनक्रिप्शन से होती है यूजर की प्राइवेसी (निजता) की रक्षा, जाने क्या है एनक्रिप्शन-?

जनतानामा न्यूज़ अल्मोड़ा उत्तराखण्ड भारत में इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप व्हाट्सऐप के 40 करोड़ से भी ज्यादा यूजर्स हैं. जानें क्या…

रावण संहिता के अनुसार कैसा होगा आप का आज का दिन

दशवर्ष सहस्त्रं तु निराहारो दशाननः ।पूर्ण वर्षसहस्त्रे तु शिरश्चाग्नौ जुहाव सः ।।एवं वर्ष सहस्त्राणी नव तस्याति चक्रभुः ।शिरांसि नवचाप्यस्य प्रविष्टानि…

रावण संहिता के अनुसार कैसा होगा आप का आज का दिन

दशवर्ष सहस्त्रं तु निराहारो दशाननः ।पूर्ण वर्षसहस्त्रे तु शिरश्चाग्नौ जुहाव सः ।।एवं वर्ष सहस्त्राणी नव तस्याति चक्रभुः ।शिरांसि नवचाप्यस्य प्रविष्टानि…

रावण संहिता के अनुसार कैसा होगा आप का आज का दिन

दशवर्ष सहस्त्रं तु निराहारो दशाननः ।पूर्ण वर्षसहस्त्रे तु शिरश्चाग्नौ जुहाव सः ।।एवं वर्ष सहस्त्राणी नव तस्याति चक्रभुः ।शिरांसि नवचाप्यस्य प्रविष्टानि…

रावण संहिता के अनुसार कैसा होगा आप का आज का दिन

दशवर्ष सहस्त्रं तु निराहारो दशाननः ।पूर्ण वर्षसहस्त्रे तु शिरश्चाग्नौ जुहाव सः ।।एवं वर्ष सहस्त्राणी नव तस्याति चक्रभुः ।शिरांसि नवचाप्यस्य प्रविष्टानि…

रावण संहिता के अनुसार कैसा होगा आप का आज का दिन

दशवर्ष सहस्त्रं तु निराहारो दशाननः ।पूर्ण वर्षसहस्त्रे तु शिरश्चाग्नौ जुहाव सः ।।एवं वर्ष सहस्त्राणी नव तस्याति चक्रभुः ।शिरांसि नवचाप्यस्य प्रविष्टानि…

साप्ताहिक ज्योतिष में आज दशानन कृत ज्योतिष के अनुसार वृष लग्न व राशि पर सूर्य का प्रभाव

जनतानामा न्यूज़ भुवन जोशी अल्मोड़ा उत्तराखण्ड 21/अप्रैल/२०२४ . APREL 21, 2024 विक्रम संवत २०८१, शक संवत १९४६ यथा शिखा मयूराणां…

दशानन कृत ज्योतिष के अनुसार वृष लग्न व राशि के जातकों का परिचय कैसे होते है वृष लग्न व राशि के लोग

जनतानामा न्यूज़ भुवन जोशी अल्मोड़ा उत्तराखण्ड 21/अप्रैल/२०२४ • APREL 21, 2024 विक्रम संवत २०८१, शक संवत १९४६ यथा शिखा मयूराणां…

रावण संहिता के अनुसार कैसा होगा आप का आज का दिन

दशवर्ष सहस्त्रं तु निराहारो दशाननः ।पूर्ण वर्षसहस्त्रे तु शिरश्चाग्नौ जुहाव सः ।।एवं वर्ष सहस्त्राणी नव तस्याति चक्रभुः ।शिरांसि नवचाप्यस्य प्रविष्टानि…