Thu. Oct 9th, 2025

Category: अल्मोड़ा

दशानन कृत ज्योतिष के अनुसार वृष लग्न व राशि के जातकों का परिचय कैसे होते है वृष लग्न व राशि के लोग

जनतानामा न्यूज़ भुवन जोशी अल्मोड़ा उत्तराखण्ड 21/अप्रैल/२०२४ • APREL 21, 2024 विक्रम संवत २०८१, शक संवत १९४६ यथा शिखा मयूराणां…

रावण संहिता के अनुसार कैसा होगा आप का आज का दिन

दशवर्ष सहस्त्रं तु निराहारो दशाननः ।पूर्ण वर्षसहस्त्रे तु शिरश्चाग्नौ जुहाव सः ।।एवं वर्ष सहस्त्राणी नव तस्याति चक्रभुः ।शिरांसि नवचाप्यस्य प्रविष्टानि…

रावण संहिता के अनुसार कैसा होगा आप का आज का दिन

दशवर्ष सहस्त्रं तु निराहारो दशाननः ।पूर्ण वर्षसहस्त्रे तु शिरश्चाग्नौ जुहाव सः ।।एवं वर्ष सहस्त्राणी नव तस्याति चक्रभुः ।शिरांसि नवचाप्यस्य प्रविष्टानि…

रावण संहिता के अनुसार कैसा होगा आप का आज का दिन

दशवर्ष सहस्त्रं तु निराहारो दशाननः ।पूर्ण वर्षसहस्त्रे तु शिरश्चाग्नौ जुहाव सः ।।एवं वर्ष सहस्त्राणी नव तस्याति चक्रभुः ।शिरांसि नवचाप्यस्य प्रविष्टानि…

रावण संहिता के अनुसार कैसा होगा आप का आज का दिन

दशवर्ष सहस्त्रं तु निराहारो दशाननः ।पूर्ण वर्षसहस्त्रे तु शिरश्चाग्नौ जुहाव सः ।।एवं वर्ष सहस्त्राणी नव तस्याति चक्रभुः ।शिरांसि नवचाप्यस्य प्रविष्टानि…

जानिए नवरात्र में कन्या पूजन की कथा, महत्व, फल, और आज नवमी तिथि को कन्या पूजन का शुभ मुहूर्त

जनतानामा न्यूज़ भुवन जोशी अल्मोड़ा उत्तराखण्ड कन्या पूजन की कथा कथानुसार जम्मू कश्मीर के कटरा जिले के पास एक हंसाली…

रावण संहिता के अनुसार कैसा होगा आप का आज का दिन

दशवर्ष सहस्त्रं तु निराहारो दशाननः ।पूर्ण वर्षसहस्त्रे तु शिरश्चाग्नौ जुहाव सः ।।एवं वर्ष सहस्त्राणी नव तस्याति चक्रभुः ।शिरांसि नवचाप्यस्य प्रविष्टानि…

रावण संहिता के अनुसार कैसा होगा आप का आज का दिन

दशवर्ष सहस्त्रं तु निराहारो दशाननः ।पूर्ण वर्षसहस्त्रे तु शिरश्चाग्नौ जुहाव सः ।।एवं वर्ष सहस्त्राणी नव तस्याति चक्रभुः ।शिरांसि नवचाप्यस्य प्रविष्टानि…

रावण संहिता के अनुसार कैसा होगा आप का आज का दिन

दशवर्ष सहस्त्रं तु निराहारो दशाननः ।पूर्ण वर्षसहस्त्रे तु शिरश्चाग्नौ जुहाव सः ।।एवं वर्ष सहस्त्राणी नव तस्याति चक्रभुः ।शिरांसि नवचाप्यस्य प्रविष्टानि…

रावण संहिता के अनुसार कैसा होगा आप का आज का दिन

दशवर्ष सहस्त्रं तु निराहारो दशाननः ।पूर्ण वर्षसहस्त्रे तु शिरश्चाग्नौ जुहाव सः ।।एवं वर्ष सहस्त्राणी नव तस्याति चक्रभुः ।शिरांसि नवचाप्यस्य प्रविष्टानि…