जनतानामा न्यूज़ अल्मोड़ा उत्तराखण्ड
राजधानी दिल्ली से इस वक्त एक बड़ी खबर सामने आ रही है यूपी के चुनाव नतीजे को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भाजपा आलाकमान ने दिल्ली तलब कर लिया गया है। आपको बता दे कि यूपी में 10 साल के बाद भाजपा आधी से ज्यादा सीट हार चुकी है। 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने यूपी में महज़ 33 सीटें जीती हैं। जबकि इंडिया गठबंधन यूपी में 44 सीटें जीतने में कामयाब रहा। चुनाव के दौरान यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अमित शाह के बीच का कोल्ड वॉर भी किसी से छुपा नहीं है। अब मान जा रहा है कि यदि पीएम नरेंद्र मोदी बनते हैं तो यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की कुर्सी ज्यादा दिन तक सुरक्षित नहीं है। हालांकि नरेंद्र मोदी खुद इतनी मजबूत स्थिति में नहीं है कि वह अब इतने बड़े फैसले खुद ले पाए। क्योंकि 2024 के चुनाव में पीएम वाराणसी से महज डेढ़ लाख वोट से चुनाव जीते, जबकि इससे पहले वह वाराणसी से लगभग 5 लाख वोट से चुनाव जितते आए हैं। इसे पीएम मोदी की घटती लोकप्रियता भी माना जा रहा है। लेकिन यूपी में भाजपा के खराब प्रदर्शन को देखते हुए वीरवार को दोपहर सीएम योगी को दिल्ली तलब किया गया है और चुनाव नतीजे को लेकर उनसे बातचीत की जाएगी। राजनीतिक पंडित यूपी में मिली हार को योगी से ज्यादा पीएम मोदी की हार मान रहे हैं। वरिष्ठ पत्रकारो कहना है कि यूपी में जनता द्वारा दिया गया जनादेश सीएम योगी के लिए नहीं पीएम मोदी के लिए है। मोदी ने यूपीए ही नहीं पूरे देश में पार्टी लाइन से अलग हटकर अपने आप को सबसे बड़ा नेता माना और अखबारों के विज्ञापन से लेकर चुनाव की रैलियां तक हर जगह भाजपा की नहीं बल्कि मोदी की गारंटी नजर आई।उन्होंने कहा कि 2014 और 2019 में यूपी में मिली प्रचंड जीत का श्रेय जब प्रधानमंत्री मोदी को जाता है तो फिर 2024 में मिली हार का श्रेय भी पीएम मोदी को दिया जाना चाहिए। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि यूपी में भाजपा ने गलत तरीके से टिकटों का बंटवारा किया, जिसका कारण यह रहा कि यूपी में दो लड़कों की जोड़ी ने कमाल कर दिया। आपको बता दे कि समाजवादी पार्टी के इतिहास में पहली बार सपा ने लोकसभा चुनाव में 37 सिटे जीतने में कामयाबी हासिल की है और इतिहास रच दिया है। वरिष्ठ पत्रकार का मानना है कि यूपी में यदि अभी विधानसभा चुनाव करवा लिया जाए तो योगी आदित्यनाथ फिर एक बार भाजपा की प्रचंड बहुमत की सरकार बनाने में कामयाब होंगे।
