Tue. Oct 14th, 2025
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जनतानामा न्यूज़ भुवन जोशी अल्मोड़ा उत्तराखण्ड

होली खेले मगर…………………..संभल कर /प्यार से”
👉अपनी सुन्दर आँखों का व बदन का ध्यान रखे!
👉आँखों में रंग से घाव हो सकता है, रोशनी कम हो सकती है, आँखों क़ी काली पुतली में घाव हो सकता है, तथा आदमी अंधा हो सकता है व मोतियाबिन्द भी बन सकता है!
👉 गुलाल के रंग से खुजली भी हो सकती है!
👉कुछ रंगों में लेड होता है जो शरीर के लिए खतरनाक  हो सकते हैं जैसे केंसर भी संभावना होती है!
👉खाल के रोगों क़ी संभावना अधिक हो जाती है, बालों का रंग बदल जाता है बाल उखाड़ने लगते हैं!
👉जहा तक हो सके प्राकृतिक रंगों का प्रयोग करे!
     क्य़ा न करे
1- अगर कोई व्यक्ति अपनी ड्यूटी में हो तो होली के रंगों का प्रयोग न करे इससे कार्य में व्यवधान होता है!
2-अछा यही होगा कि होली के कपड़े लोगों पर ही इसके रंगों का प्रयोग हो!
3-बिना अनुमति के किसी को रंग न लगाएं!
4- मिट्टी मिले रंग व पेंट आदि का तनिक भी प्रयोग न करे!
5-पानी /रंग से गुब्बारे भी न फेंके, इससे आँखों को नुकसान हो सकता है!