जनतानामा न्यूज़ भुवन जोशी अल्मोड़ा

मंदिर में पशुबलि के लिये आये 3 बकर वापस लौटाए

चितई स्थित श्री गोलू मंदिर में अश्विन मास की नवरात्रि की सप्तमी तिथि, शनिवार को भी गायत्री परिवार, अल्मोडा के परिजनों द्वारा पशुबलि पर पूर्ण रोक हेतु जनजागरण अभियान बंद जारी रहा।
जनजागरण के दौरान श्रद्धालुओं पशुबलि के स्थान पर स्वच्छता, पेयजल व्यवस्था, भण्डारा 2 शौचालय व्यवस्था आदि पुण्यकार्यों में योगदान करने की अपील की गई।

गायत्री परिवार के श्री जगजीवन सिंह खोलिया ने बताया कि पशुबल से मंदिरों में गन्दगी पैदा होती है। वातावरण की दिव्यता व सकारात्मकता में भारी कमी होती है। जबकि नारियल, फूल, फल आदि से सात्विक पूजा करने वाले भक्तों को तुरन्त सिद्धि होती है।
आज सप्तमी को 500 से अधिक भक्त श्री गोलू देवता के दर्शन हेतु आये किन्तु बकरे केवल तीन ही आये । अन्य सभी लोगों ने सात्विक पूजा विधि के बारे में ही सोचा।
जनजागरण के फलस्वरूप ग्राम-देवली लोधिया) के मदनराम २ बकरे तथा कालिका (रानीखेत) के बीरेन्द्र कुमार एक बकरा वापस ले गये । तथा अपने क्षेत्रों में पशुबलि के खिलाफ जनजागरण का भी संकल्प किया।
जनजागरण में ऊषा जोशी, सरोज भट्ट, सरोज मेलकानी नीलम नेगी, उर्मिला तिवारी, सुशीला तिवारी, डॉ. मंजू बोरा, गोपा जोशी, मंजू जोशी, डॉ. मीनाक्षी पाण्डेय, ममता बिष्ट, निर्मला अधिकारी, जगजीवन सिंह खोलिया, पूरन सिंह बोरा अर्जुन नेगी, भीम सिंह अधिकारी आदि शामिल रहे।